Thursday 5 September 2013

पीएम बनने के लायक ही नहीं हैं मोदी

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के बाद अब देश की कमान संभालने का ख्वाब भी देख रहे हैं लेकिन हकीकत तो यह है की मोदी देश का प्रधानमंत्री बनने के काबिल हैं ही नही. दुनिया के सबसे बड़े और महान लोकतान्त्रिक देश का प्रधानमंत्री वही कोई विराट व्यक्ति बन सकता है जो संविधान के मूलभूत और पवित्र सिद्धांतों लोकतंत्र, समाजवाद, धर्मनिरपे
क्षता। राष्ट्रीय एकता और विश्व बंधुत्व की अवधारणा पर विश्वास रखता हो लेकिन मोदी तो घोर अलोकतांत्रिक, तानाशाही, क्षद्म हिन्दुत्व, अपनी गतिविधियों के माध्यम से देश में नफरत और दहशत का माहौल पैदा करके वर्ग संधर्ष को बढ़ावा देने की उस विध्वंशक विचारधारा के प्रतिनिधि है जिसे देश के राष्ट्रभक्त और जागरूक जनता जनार्दन पहले ही इतिहास के कूड़ेदान में डाल चुके हैं.शायद इसीलिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वह प्रधानमंत्री बनने का सपना नहीं देखते हैं, जो यह सपना देखता है बर्बाद हो जाता है । उन्होंने कहा कि कुछ करने का सपना देखने में ज्यादा आनंद है। इस बयान पर कांग्रेस ने चुटकी लेते हुए कहा है कि पुलिस अधिकारी डीजी वंजारा के खुलासे के बाद उनका विचार बदल गया है। कांग्रेस ने मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने पहले ही हार मान ली है। पार्टी के सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि मोदी जानते हैं कि वह कुछ नहीं कर पाएंगे इसलिए पहले ही हार मान गए हैं। केंद्रीय मंत्री हरीश रावत ने कहा कि शायद मोदी को पार्टी के भीतर उनके नाम पर जारी विरोध के बीच हकीकत का आभास हो गया है, इसलिए वह पीछे हट रहे हैं।


Tuesday 16 July 2013

रमजान मुबारक

सद्भाव. नेकी और इंसानियत का पैगाम देने वाले रमजान पर्व को मुश्लिम भाइयों द्वारा देश सहित पूरे विश्व बार में मनाया जाता है. संकल्प. निष्ठां और परंपरा का पर्याय यह पर्व श्रदालुओं को उत्साह से भर देता है.
इस्लाम धर्म के मानने वालों के लिए पांच फर्ज(लाजिमी)बताए गए हैं। कलमा, नमाज, रोजा, हज व जकात इनमें शामिल हैं। इ
नमें से साल में एक माह के रोजों का खास महत्व हैं। रोजा हर उस इंसान पर फर्ज है जिसकी उम्र 15 साल हो गई हो। रोजा तो शरीर के हर हिस्से का होता है। बुरा कहने पर पाबंदी है तो बुरा सुनने की भी मनाही है। रोजे का असल मकसद इंसान को अपनी ख्वाहिशों पर काबू करना है। रोजे के दौरान हिदायत है कि आंख, नाक, कान, हाथ व शरीर के हर अंग पर काबू रखा जाए। हर रोजेदार इंसान को रोजे की कद्र करनी चाहिए। अल्लाह ने रोजे को इंसान के लिए एक इम्तिहान के तौर पर रखा है। जो इंसान अल्लाह के इस इम्तिहान में सफल होगा, उसे जन्नत नसीब होगी। साल के 11 महीने इंसान अपनी मर्जी से कभी भी खा पी सकता है, लेकिन रमजान के दौरान रोजेदार पर ये सब चीजें लागू नहीं होती। रोजों में सहरी के दौरान खाया-पीया जाता है, उसके बाद शाम तक खाने-पीने पर पाबंदी होती है। रोजे को अल्लाह ने इंसान के लिए एक इम्तिहान के तौर पर रखा है। इसके लिए नियम बनाए गए हैं। अल्लाह का राजी करने के लिए रोजेदार को अपना पूरा फर्ज निभाना चाहिए। जो मुसलमान अल्लाह को राजी करने के लिए पूरे तौर तरीके से रोजा रखता है और जाने-अनजाने में किए गए गुनाहों की तौबा करता है, अल्लाह उसे माफ कर देते हैं। आओ रमजान के मुबारक महीने में हम भी नेकियां कमाएं। मुसलमानों के लिए रमजान का महीना मानों किसी पर्व से कम नहीं होता। पूरे महीने रोजा रखने वाले मुसलमान भाई पूरी ईमानदारी व शिद्दत के साथ अल्लाह का इस धरती पर जन्म देने के लिए शुक्रिया अता करते है।रमजान पर्व की समस्त रोजेदारों प्रिय भाइयों और मित्रों को हार्दिक बधाई 

Thursday 20 June 2013

महाराजा दशरथ रो रहे भाजपा के नाम से.
पूरा चंदा खा गए रामलला के नाम से .

अब बदली हुई राजनीतिक परिस्थितियों में भाजपा के लोग एक बार फिर से हिन्दू समुदाय को हिंदुत्व के मुद्दे पर गुमराह करके वोट हासिल करना कहते हैं. जब कि इतिहास गवाह है कि भाजपा ने केंद्र की
सत्ता में रहने के दौरान राम मंदिर निर्माण और हिंदुत्व की प्रतिष्ठा बढ़ाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया. आज मौजूदा समय में बुद्धिजीवी हिन्दू समुदाय राम जन्म भूमि आन्दोलन के सन्दर्भ में कोर्ट के फैसले का सम्मान करने का पक्षधर है. और वैसे भी हिन्दू और मुश्लिम समुदाय के लोग इस देश के नयन तारे हैं फिर देश में अराजकता. अस्थिरता. नफरत और दहसत फ़ैलाने की भाजपा की कोशिश को कभी कामयाब नहीं होने दिया जायेगा. देश के संविधान और लोकतान्त्रिक मूल्यों के आलोक में धर्म निरपेक्षता ही हमारा प्राण मन्त्र होगा. और धर्म निरपेक्ष ताकतों को ही केंद्र की सत्ता सँभालने का सौभाग्य प्राप्त होना चाहिए. भाजपा की अवसरवादिता और कुटिलता को अब इतिहास के कूड़ेदान में डालने का वक्त आ गया है. 

Sunday 17 February 2013


एक और घोटाले ने किया शर्मसार 

अब देश में सामने आये हेलीकाप्टर घोटाले ने देश वाशियों को शर्मसार कर दिया है. हर घपले घोटाले की तरह इस घोटाले के सूत्रधार भी शायद ही सलाखों के पीछे पहुच पायें . लेकिन फिर सामने आये इस घोटाले ने भारतीय लोकतंत्र और देश की अस्मिता को झकझोर कर रख दिया है. सत्ता में बैठे हुए लोग हों या विपक्ष की राजनीती करने वाले नुमाइन्दे . इस घोटाले के जद में ऊँगली सब की तरफ उठ रही है. घोटालेबाजों ने किया देश को शर्मसार . इस घोटाले के भी गुनाहगारों को सजा मिल पायेगी इसके नहीं है आसार . देश के लोकतंत्र को जिन कमीनो ने बनाया चारागाह . उनको भेज जाये सीधे केन्द्रीय कारागार