Tuesday 27 November 2012





















देश की शान बढ़ाये जाओ

देश भक्ति का जज्बा हमको आगे की राह दिखायेगा.

आज़ादी की शान तिरंगा लहर लहर लहराएगा .

बसतीं जाति अनेक यहाँ और विविध धर्म अनुयाई हैं .

देश भक्ति की अलख जगाते सब आपस में भाई हैं.

गौरव. वैभव भारत माँ का परम शीर्ष तक जायेगा.

आज़ादी की शान तिरंगा लहर लहर लहराएगा.

आतंकवाद के खंजर ने फैलाई काफी बर्बादी है.

भ्रष्टाचार का दानव भी आज देश में हावी है.

लेकिन नहीं रुकेगी जंग हमारी भारत

विश्व गुरु कहलायेगा.

आज़ादी की शान तिरंगा लहर लहर लहराएगा.














आजादी यदि प्यारी है तो सर पे कफ़न जरुरी है.
बातें करने से नहीं होगा मन की लगन जरुरी है.

Monday 26 November 2012






.संकल्पों के साये में सच्ची आज़ादी पलती है.
इतिहास उधर मुड़ जाता है जिस ओर जवानी चलती है.

मध्यप्रदेश में राजनीतिक आतंकवाद चरम पर

प्रदेश में सुशासन की स्थापना का सब्जबाग दिखाकर सत्ता पर काबिज होने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मौजूदा समय में वास्तव में राजनीतिक आतंकवाद के सूत्रधार बने हुए हैं. राजधर्म की पवित्र और लोकतंत्र आधारित अवधारणा का घोर उल्लंघन करके राजनीतिक विरोधियों को प्रताड़ित करने के लिए जहां क़ानूनी प्रावधानों का भरपूर दुरपयोग किया जा रहा है वहीँ किसानों में निरंतर पैदा हो रही गरीबी और कानून की मार का खौफ उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर कर रहा है. प्रदेश का कोई मंत्री खुद को सफेदपोश गुंडा बता रहा है तो कोई खुद को ही डकैतों के लिए आतंक का पर्याय बता रहा है. प्रदेश में निर्दोष युवाओं को फर्जी मुकदमों में फ़साने की चर्चाएँ भी लगातार सुनने को मिल रही हैं. प्रदेश में कानून के राज की जगह लगता है दुशासन ने ले ली है. लोगों के सब्र की इम्तहान तो तब हो गयी जब पिछले दिनों राजधानी भोपाल में पानी की जर्जर टंकियों को धरासाई किये जाने के नाम पर घातक विष्फोटक डैनामाइड का इस्तेमाल किया गया. सर्वविदित है की इस घटक विष्फोटक का उपयोग पहाड़ों को तोड़ने के लिए किया जाता है. साथ ही विष्फोट से पहले काफी सावधानी बरतने के साथ साथ आसपास के इलाकों को भी ख़ाली कराया जाता है. लेकिन भोपाल में इस विष्फोटक  का इस्तेमाल  रिहायसी इलाकों में किया गया तथा टंकियों में विष्फोट से पहले लोगों को सचेत भी नहीं किया गया. जिसका नतीजा यह हुआ की करीब पचास  लोग टंकी तोड़ने के उक्त विष्फोट में घायल हो गए. यह तो अच्छा हुआ की किसी की मौत नहीं हुई वरना भोपाल में हुए इस काण्ड को टंकी काण्ड के नाम से सदियों तक याद रखा जाता. मानव जनित इस त्रासदी के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान . नगरीय प्रशासन मंत्री बाबूलाल गौर. जिले के प्रभारी मंत्री. महापौर और विष्फोट विशेषग्य बराबर  के जिमेदार हैं क्यों की हादसे के नतीजे यह सिद्ध करते हैं की यह विष्फोट पानी टंकी तोड़ने के लिए नहीं बल्कि लोगों को मौत के घाट उतारने के लिए किया गया.  प्रदेश में चल रहा यह अघोषित राजनीतिक आतंकवाद  उपरोक्त  जिम्मेदार लोगों पर आतंकवाद निरोधक कानून के तहत कार्यवाही किये जाने की आवश्यकता  को रेखांकित  करता है.

Friday 23 November 2012

बढ़ेगा जन विश्वास






























केंद्र सरकार द्वारा यदि कसब की ही तर्ज पर संसद हमले के आरोपी अफजल को भी फांसी पर जल्द से जल्द लटकाया जाता है तो केंद्र सरकार के प्रति निश्चित रूप से जन विश्वास बढ़ेगा. केन्द्रीय मंत्री फारुक अब्दुल्ला ने भी कहा है की इस मामले में जल्द ही न्याय होगा. मतलब स्पष्ट है की अफजल  को भी जल्द ही फांसी होगी.संसद हमले में होगा क्यों की कसाब को फांसी दिए जाने के बाद संसद हमले में मौत की सजा पाए मोहम्मद अफजल को जल्द फांसी की मांग जोर पकड़ने लगी है। ऐसे में केंद्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्ला ने ठीक ही कहा है कि इस मामले में न्याय होगा। फिलहाल मोहम्मद अफजल को फांसी का मामला गृह मंत्रालय के पास लंबित है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अदालत पहले ही फैसला सुना चुकी है। सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला दे चुका है। अब मामला गृह मंत्रालय के पास लंबित है। राष्ट्रपति मोहम्मद अफजल की दया याचिका गृह मंत्रालय को लौटा चुके हैं। थोड़ा इंतजार करें, इस मामले में न्याय होगा। इससे पहले भाजपा ही नहीं कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी सरकार से वर्ष 2004 में मृत्युदंड पाए मोहम्मद अफजल के मामले को जल्द निपटाने की मांग की थी। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अफजल सहित सात दया याचिकाएं गृह मंत्रालय को लौटा चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, सामान्य प्रक्रिया के तहत नए गृह मंत्री के कार्यभार संभालने के बाद राष्ट्रपति सभी लंबित दया याचिकाओं पर फिर विचार के लिए गृह मंत्रालय को भेजते हैं। निश्चित तौर पर कांग्रेस नेताओं का यह रवैया देश हित में है.