Thursday 20 June 2013

महाराजा दशरथ रो रहे भाजपा के नाम से.
पूरा चंदा खा गए रामलला के नाम से .

अब बदली हुई राजनीतिक परिस्थितियों में भाजपा के लोग एक बार फिर से हिन्दू समुदाय को हिंदुत्व के मुद्दे पर गुमराह करके वोट हासिल करना कहते हैं. जब कि इतिहास गवाह है कि भाजपा ने केंद्र की
सत्ता में रहने के दौरान राम मंदिर निर्माण और हिंदुत्व की प्रतिष्ठा बढ़ाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया. आज मौजूदा समय में बुद्धिजीवी हिन्दू समुदाय राम जन्म भूमि आन्दोलन के सन्दर्भ में कोर्ट के फैसले का सम्मान करने का पक्षधर है. और वैसे भी हिन्दू और मुश्लिम समुदाय के लोग इस देश के नयन तारे हैं फिर देश में अराजकता. अस्थिरता. नफरत और दहसत फ़ैलाने की भाजपा की कोशिश को कभी कामयाब नहीं होने दिया जायेगा. देश के संविधान और लोकतान्त्रिक मूल्यों के आलोक में धर्म निरपेक्षता ही हमारा प्राण मन्त्र होगा. और धर्म निरपेक्ष ताकतों को ही केंद्र की सत्ता सँभालने का सौभाग्य प्राप्त होना चाहिए. भाजपा की अवसरवादिता और कुटिलता को अब इतिहास के कूड़ेदान में डालने का वक्त आ गया है.