Monday 24 February 2014

सियासत की पिच पर धुंआधार बैटिंग करेंगे सिंधिया

सुधांशु द्विवेदी

मध्यप्रदेश के राजनीतिक क्षितिज के दैदीप्यमान सितारे केन्द्रीय मंत्री ज्योतरादित्य सिंधिया को भारतीय जनता पार्टी द्वा
रा घेरने के लिये भारतीय जनता पार्टी द्वारा चक्रव्यूह रचने की कवायद लगातार की जा रही है लेकिन मौजूदा राजनीतिक हालात खुलकर यह संकेत दे रहे हैं कि सिंधिया को चुनावी सिकस्त दे पाना भारतीय जनता पार्टी के लिये मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन साबित होगा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नवरत्नों में सुमार केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया वैसे तो समूचे मध्यप्रदेश में ही यूथ आईकान के रूप में अपनी प्रतिष्ठा स्थापित कर चुके हैं लेकिन ग्वालियर चंबल क्षेत्र में तो सिंधिया को राजनीतिक मूल्यों का अग्रदूत तथा विकास एवं जनकल्याण का स्तंभ ही माना जाता है। पूरी प्रतिबद्धता एवं प्रमाणिकता के साथ जनसेवा एवं लोककल्याण के नित नये आयाम स्थापित करने वाले सिंधिया ने सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री के रूप में अपने पूरे कार्यकाल में क्षेत्र के जनता-जनार्दन को हमेशा विकासपरक सौगातों से नवाजने का काम किया है। यही कारण है कि निकट भविष्य में होने वाले लोकसभा चुनाव में अपनी ऐतिहासिक विजयश्री सुनिश्चित करने के लिये सिंधिया को अतिरिक्त मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। मेरा मानना है कि ज्योतरादित्य सिंधिया चाहे गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरें या फिर ग्वालियर सीट से चुनावी भाग्य आजमायें, उनकी विजय सुनिश्चित है। सिंधिया समर्थकों के अपार उत्साह तथा क्षेत्रीय जनमानस के बीच केन्द्रीय मंत्री की निरंतर बढ़ती लोकप्रियता के सामने भारतीय जनता पार्टी के सभी सियासी समीकरणों के फेल होने का अंदाजा जनमानस को पहले से ही है। साथ ही भाजपा से लेकर संघ खेमे तक में सिंधिया को लेकर बढ़ी बेचैनी उनके पक्ष में पिछले चुनाव से भी ज्यादा मतदाताओं के ध्रुवीकरण का सकेत दे रही है। कहने का तात्पर्य यह है कि सिंधिया इस मर्तबा के लोकसभा चुनाव में और भी ज्यादा मतों के अंतर से चुनाव जीतने में कामयाब होंगे। राजनीति को लोकनीति का स्थायी स्वरूप देने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विकास प्रक्रिया को हमेशा ही दलगत राजनीति से दूर रखा है तथा केन्द्रीय मंत्री के रूप में उनका रवैया मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार के प्रति भी हमेशा सहयोग पूर्ण रहा है यही कारण है कि उनके पुण्य प्रताप की बदौलत उनका राजनीतिक आभामंडल भी निरंतर निखरता गया है। चाहे मामला बिजली परियोजनाओं का रहा हो या प्रदेशवासियों को अन्य सौगातें दिलाने का, सिंधिया ने हमेशा ही सक्रिय, संवदेनशील एवं सजग जन प्रतिनिधि के रूप में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन प्रभावी ढंग से किया है। यही कारण है कि मौजूदा लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अन्य लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिये अपने उम्मीदवार अघोषित तौर पर तय कर लिये हों लेकिन सिंधिया के खिलाफ पार्टी अभी तक कोई प्रत्याशी नहीं तलाश पाई है। भ्रष्टाचार एवं अवसरवादिता को लोकतंत्र एवं जनता-जनार्दन के लिये अभिषाप समझने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया व्यापक जनाधार वाले नेता होने के साथ-साथ प्रखर वक्ता भी हैं, जिनकी बेजोड़ भाषण शैली प्रदेश के अन्य लोकसभा क्षेत्रों के कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने में भी मूल्यवान साबित होगी तथा अपराजेय योद्धा के रूप में श्री सिंधिया के राजनीतिक सितारे और भी बुलंद होंगे क्यों कि सियासत की पिच में ज्योतिरादित्य धुंआधार बैटिंग करेंगे।


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